
पानी संकट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने मंगलवार को दो टूक कहा कि या तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पानी की समस्या का हल करें, वरना गद्दी छोड़ दें। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों को 24 घंटे नहीं, लेकिन साफ पानी चाहिए। दिल्ली में पानी के संकट को लेकर गोयल ने चांदनी चौक इलाके के जामा मस्जिद क्षे

राजधानी में हर दिन लगभग 1,380 मिलियन गैलन पानी की जरूरत है और दिल्ली अपनी मांग के लगभग 90 प्रतिशत के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर है। विभिन्न स्रोतों से नदी के पानी के अलावा, दिल्ली का एकमात्र स्थानीय स्रोत भूजल है, जिसमें से रोजाना 126 एमजीडी निकालता है। दिन-ब-दिन जलस्तर घटने से यह आपूर्ति खतरे में

दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के इलाके में इन दिनों केवल 60 से 70 एमएलडी की औसत जलआपूर्ति हो रही है।

यमुना नदी में पानी के लगभग सूखने के कारण वजीराबाद, चंद्रवाल और ओखला जल शोधन संयंत्रों की उत्पादन क्षमता में और कमी आ गई है, जिससे दिल्ली के कई इलाकों में पेयजल की समस्या बढ़ गई है। दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी मानते हैं कि इन संयंत्रों से पानी की आपूॢत 40 प्रतिशत तक कम हो गई है। इसी वजह से दिल्ली के त

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत 21 मार्च से सेनेगल की राजधानी डैकर में शुरू हो रहे वल्र्ड वाटर समिट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। सेनेगल रवानगी से पहले उन्होने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी पेयजल योजना जल जीवन मिशन भारत में चल रही है।

पुनर्गठन पेयजल योजना के तहत जनपद गाजियाबाद को साढ़े 9 करोड़ से ज्यादा की धनराशि मिलने का रास्ता साफ हो गया है। पेयजल व्यवस्था को सुधारने में यह रकम काफी काम आएगी। इससे नागरिकों को सुविधा उपलब्ध कराने में भी मदद मिलेगी। उप्र के राज्यपाल ने धनराशि अवमुक्त किए जाने की स्वीकृति प्रदान की है। प्रस्तावित