पर्याप्त नींद लेने के बावजूद हर समय थकान महसूस करते हैं, तो यह बॉडी में टॉक्सिन जमा होने का संकेत हो सकता है। ऐसे में डिटॉक्स से एनर्जी वापस आ सकती है।
पेट में गैस, इनडाइजेशन या कब्ज रहना भी एक संकेत है कि शरीर साफ नहीं हो पा रहा यानी डिटॉक्स की जरूरत है। क्योंकि पाचन तंत्र शरीर की सफाई में मुख्य भूमिका निभाता है।
अगर बार-बार बिना वजह सिरदर्द या माइग्रेन हो रहा है, तो यह शरीर में टॉक्सिन्स के बढ़ने का संकेत हो सकता है।
अगर नींद नहीं आती या बार-बार नींद खुलती है, तो इसका कारण शरीर में जमा टॉक्सिन हो सकते हैं। डिटॉक्स से मन और शरीर दोनों शांत होते हैं।
लगातार मूड खराब या चिड़चिड़ापन रहने का सीधा कनेक्शन आंतों से होता है। जब डाइजेस्टिव सिस्टम सही नहीं होता, तो मूड स्विंग्स भी होने लगते हैं। ऐसे में डिटॉक्स से मन शांत हो सकता है।
अगर आप डाइट और एक्सरसाइज के बाद भी वजन कम नहीं कर पा रहे हैं तो हो सकता है कि आपका लिवर ओवरलोड हो गया है। डिटॉक्स से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और ओवर ऑल हेल्थ सुधरती है।