करेले की सब्जी को लोहे की कढ़ाई में पकाने से करेले की कड़वाहट थोड़ी कम हो जाती है। लोहे की कढ़ाई में बनाने से सब्जी में आयरन बढ़ जाता है। जो हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी पोष्क तत्व होता है।

बैंगन की सब्जी या भर्ते को लोहे की कढ़ाई में ही बनाना चाहिए क्योंकि इसमें बनाने से बैंगन का स्वाद दौगुना बढ़ जाता है। और बैंगन की सब्जी के गुण और ज्यादा बढ़ जाते हैं जिससे यह अधिक पौष्टिक सब्जी बन जाती है।

भिंडी की सब्जी सूखी बनती है अगर लोहे की कढ़ाई में प्राकृतिक रुप से नॉन स्टिक होती है जिससे सब्जी चिपकती नहीं और कुरकुरी रहती है। लोहे की कढ़ाई में बनने से इसमें नेचुरली आयरन मिक्स हो जाएगा जिससे यह सेहत के लिए फायदेमंद होती है।

लौकी की सब्जी में पानी ज्यादा मात्रा में होता है यह पानी की कमी को पूरा करता है इस सब्जी को लोहे की कढ़ाई में बनाने से स्बजी का फ्लेवर अच्छा हो जाता है और सब्जी पौष्टिक बनती है।

मेथी को लोहे की कढाई में कुक करने से उसकी कड़वाहट कम होती है और उसमें प्राकृतिक रुप से आयरन कंटेट बढ़ जाता है जो खून की कमी को पूरा करने मे मदद करता है।