शक्ति दुबे (AIR 1) एक पुलिस अधिकारी की बेटी ने कड़ी मेहनत और लगन से टॉप रैंक हासिल की। 4 बार से निराशा के बाद पाया पहला स्थान।
मालविका जी. नायर (AIR 45) डिलीवरी के 17 दिन बाद UPSC मेंस देने वाली मां ने जज़्बे से सफलता पाई।
बीरप्पा डोनी (AIR 551) भेड़ें चराते हुए आया UPSC में सफलता का काल। डोनी हैं असली जज़्बे की मिसाल जिन्होंने अपने साथ-साथ पूरे भेड़पालक समाज का भाग्य बदल दिया।
प्रीति ए.सी. (AIR 263) पिता के सपनों को सच कर दिखाया, पिता कुक का करते हैं काम। बिना कोचिंग खुद पढ़ाई कर UPSC क्रैक किया।
मनु गर्ग (AIR 91) नेत्रहीन होते हुए भी मां की मदद और तकनीक के सहारे UPSC पास किया।
इक़बाल अहमद (AIR 998) साइकिल पंक्चर बनाने वाले के बेटे ने सीमित साधनों में भी UPSC पास कर मिसाल कायम की।