आज यानी शुक्रवार 30 मई को ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी का पावन पर्व है। चतुर्थी तिथि आज रात 9 बजकर 22 मिनट तक रहेगी।
विनायक चतुर्थी का दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश को समर्पित होता है। आज बप्पा का पूजन करने के लिए आपको कुंकुम, जल, दीया, फूल, माला, दूर्वा, अक्षत, सिंदूर, मोदक चाहिए होगा।
आज गणेश संकट स्तोत्र का पाठ करें। साथ ही, गणपति जी को सिंदूर का चोला चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है।
आज भगवान की स्तुति करने के लिए इसे जरूर पढ़ें- "गजाननं भूतगणांदिसेवितं कपित्थजम्बूफल चारुभक्षणम्। उमासूतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्।"
गजानन को मोदक का भोग लगाते समय "ऊँ मोदक प्रियाय नम:" मंत्र का जाप अवश्य करें।