माँ काली का यह प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर 1764 में दिल्ली मे बना था। यहाँ नवरात्रों के अलावा भी हमेशा श्रद्धालु की भीड़ रहती है ।
हनुमान मंदिर जो दिल्ली के कनॉट प्लेस मे है। यह दिल्ली के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, माना जाता है कि यह महाभारत काल का है। मंगलवार और शनिवार को यहाँ ज्यादा भीड़ होती है।
मरघट वाले हनुमान जी मंदिर ऐसा माना जाता है कि रामायण काल में, जब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर लंका जा रहे थे, तो वे इसी मंदिर के पास यमुना नदी के किनारे रुके थे । यहाँ मंगलवर और शनिवार को श्रद्धालु की ज्यादा भीड़ रहती है।
झंडेवाला मंदिर दिल्ली मे है। यह मंदिर 18वीं शताब्दी में एक कपड़ा व्यापारी भद्री दास ने स्थापित करवाया था। यहाँ नवरात्रि के दौरान मंदिर का माहौल ज्यादा ही उत्सवपूर्ण होता है।
छत्तरपुर माँ कात्यायनी दुर्गा का मंदिर है। भारत के सबसे बड़े मंदिर परिसरों में से एक है। नवरात्रों और त्योहारों पर भारी संख्या में भक्त आते हैं।